दहेज प्रथा की बली चढ़ी केसठ की बेटी, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, मामला थाने में दर्ज

 संतोष कुमार दास 

इटखोरी (चतरा): प्रखंड पंचायत पाण्डेयबारा के ग्राम केसठ को मंगलवार की सुबह दिल दहला देने वाली खबर मिली। जब पता चला की केसठ की बेटी को उसके ससुराल वालो ने मौत का घाट उतार दिया। मृतक लड़की के पिता ने इटखोरी थाने में आवेदन देकर यह कहां कि मैं मुमताज आलम पिता स्व० सदीक अंसारी, उम्र करीब 58 वर्ष, साकिन केसठ, थाना चौपारण, जिला- हजारीबाग का रहने वाला हूँ। मेरी पुत्री शाहीना प्रवीण उम्र लगभग 28 वर्ष, की शादी दिनांक 11 मई 2014 को महमुद आलम पिता याकुब अंसारी, साकिन खड़ौनी, थाना ईटखोरी, जिला चतरा के साथ मुस्लिम रिति रिवाज से हुई थी तथा शादी के करीब तीन माह के बाद से ही मेरी पुत्री शाहीना प्रवीण के ससुराल वाले (1) पति महमुद आलम, (2) सास-नसीरा खातुन पति याकुब अंसारी, (3) ससुर याकुब अंसारी पिता स्व० महरू मियां, (4) भैसुर महफुज आलम पिता याकुब अंसारी, (5) गोतनी तरन्नुम खातुम पति महफुज आलम एवं (6) ननद- रूबी खातुन पुत्री याकुब अंसारी सभी मिलकर मेरी पुत्री से मोबलीग 2,00,000/- (दो लाख) रू० दहेज की माँग करने लगे तथा उक्त दहेज की माँग को लेकर उपरोक्त सभी व्यक्ति मिलकर मेरी पुत्री शाहीना प्रवीण को काफी मारपीट एवं तंग वो परेशान करते हुए मानसीक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगे थे। मेरी पुत्री के पति महमुद आलम एवं उसके ससुराल वाले सभी महमुद आलम को दुसरी शादी की धमकी देते रहते थे। इस संदर्भ में कई बार समाजिक स्तर से मौखिक पंचायत हुई थी तथा मेरी पुत्री के ससुराल वालों को काफी समझाया गया था, परंतु मेरी पुत्री के ससुराल वाले सभी मिलकर मेरी पुत्री को हमेशा मारपीट, गाली-ग्लौज वो जान से मार देने की धमकी देते हुए काफी प्रताड़ित करते रहते थे, तथा घर से निकाल बाहर करते रहे, हमलोग एवं ग्रामीणों के द्वारा काफी समझाने के बाद मेरी पुत्री शाहीना प्रवीण ससुराल में किसी तरह से अपना जीवन व्यतित कर रही थी। मेरी पुत्री शाहीना प्रवीण को उसके दाम्पत्य जीवन से एक पुत्र एवं दो पुत्रियां भी है। फिर भी महमुद आलम अपने भाई के बहकावे में आकर अपनी दुसरी निकाह करने का धमकी देते रहता था। 01 जुलाई 2024 को समय चार बजे संध्या में मेरे मोबाईल नं0 7541824514 पर महमुद आलम ने अपने मोबाईल नं0-6204677736 से बोला कि आपकी पुत्री शाहीना प्रवीण की तबियत काफी खराब है। इसलिए आपलोग आकर अपनी पुत्री को देख लें। इसके बाद महमुद आलम अपना मोबाईल स्विच ऑफ कर लिया। हमलोग पुनः महमुद आलम से मोबाईल पर बात करना चाहे तो उसका मोबाईल बंद रहने के कारण पुनः कोई बात नहीं हो पाई तथा उसी दिन रात्रि में करीब दो बजे पुनः महमुद आलम ने फोन करके बोला कि आपकी पुत्री शाहीना प्रवीण मर गई। उसके बाद मैं अपने घर वाले एवं कुछ ग्रामीणों को लेकर तुरन्त दिनांक 02.जुलाई 2024 दिन मंगलवार को करीब साढ़े पांच बजे सुबह अपनी पुत्री के ससुराल ग्राम खड़ौनी गया। जहाँ हमलोग शाहीना प्रवीण को मृत अवस्था में देंखे तथा गला एवं शरीर में खरोंच एवं मारपीट का निशान तथा पुरा शरीर का रंग काला था तथा नाक से खुन निकला हुआ था। जिससे हमलोगों को पूर्ण विश्वास हो गया कि मेरी पुत्री शाहीना प्रवीण को उसके ससुराल वाले (1) पति महमुद आलम, (2) सास-नसीरा खातुन पति याकुब अंसारी, (3) ससुर याकुब अंसारी पिता स्व० महरू मियां, (4) भैसुर महफुज आलम पिता याकुब अंसारी, (5) गोतनी तरन्नुम खातुम पति महफुज आलम एवं (6) ननद- रूबी खातुन पुत्री याकुब अंसारी सभी मिलकर एक षड़यंत्र के तहत मेरी पुत्री को मारपीट करके वो बाजबरण जहर खिलाकर हत्या कर दियें हैं। चूँकि शाहीना प्रवीण के भैंसुर महफुज आलम एवं अन्य ससुराल वाले उसके पति महमुद आलम का दुसरी निकाह कराना चाहते थे तथा उपरोक्त सभी व्यक्ति मिलकर मेरी पुत्री को तंग एवं परेशान वो मारपीट वो प्रताड़ित करते रहते थे एवं जान से मार देने की धमकी देते रहते थें। लड़की के पिता थाने में आवेदन देते हुए आग्रह किया कि उपरोक्त सभी व्यक्तियों के विरूद्ध अति शीघ्र कानूनी कार्रवाई किया जाय।

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